IAS Officer Kaise bane: पात्रता मापदंड, परीक्षा का पैटर्न ,सैलरी, भूमिका, जाने स्टेप बाय स्टेप 2025

IAS क्या है?

IAS Officer kaise bane: भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) भारत सरकार की अखिल भारतीय सेवाओं का प्रशासनिक अंग है। IAS, भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय वन सेवा के साथ तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है। इन तीन सेवाओं के सदस्य भारत सरकार और राज्यों, दोनों के लिए सेवा करते हैं।

यदि उम्मीदवारों को यह लगता है कि सिविल सेवा परीक्षा को पास करने का सफर कठिन है, तो उन्हें यह समझना चाहिए कि असली चुनौती इसके बाद शुरू होती है। एक बार सेवाओं में शामिल होने के बाद, एक आईएएस अधिकारी से भारी जिम्मेदारियों को निभाने और सरकारी निर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपेक्षा की जाती है। हालांकि व्यक्तिगत स्तर पर कई सुविधाएं और भत्ते उपलब्ध होते हैं, लेकिन पेशेवर मोर्चे पर चुनौतियां अधिक होती हैं।

आप भी एक आईएएस अधिकारी बन सकते हैं (IAS Officer kaise bane) और लोगों के जीवन में सार्थक बदलाव लाने में अपना योगदान दे सकते हैं। हमारे देश में आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है, और लोग कठिन परिस्थितियों में जी रहे हैं। ऐसे स्थानों में पेयजल, परिवहन, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, स्वच्छता, पोषण और सम्मान जैसे बुनियादी अधिकारों को लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाने की कल्पना करें। आपके प्रयास इन लोगों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। यह था IAS Officer kaise bane का 1 चरण।

UPSC क्या है?

संघ लोक सेवा आयोग (UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION)  एक संवैधानिक संस्था है, जिसे भारत गणराज्य के संविधान द्वारा स्थापित किया गया है। यह आयोग भारत की सरकार के लोक सेवा पदों पर नियुक्तियों के लिए विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करता है।

यह था IAS Officer kaise bane का 2 चरण।

पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria)

  • उम्मीदवार के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
  • आयु सीमा: उम्मीदवार की उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए और 32 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • सामान्य वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए आयु सीमा 32 साल है और उन्हें 6 बार परीक्षा देने का मौका मिलेगा।

यह था IAS Officer kaise bane का 3 चरण।

UPSC परीक्षा का पैटर्न

UPSC का EXAM तीन चरणों में होता है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, साक्षात्कार (Interview)।

प्रारंभिक परीक्षा: सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा के रूप में जाना जाता है। यह पूरी तरह से वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) होती है, जिसमें प्रत्येक प्रश्न के लिए चार संभावित विकल्प (a, b, c और d) में से सही विकल्प का चयन करना होता है।

यहाँ UPSC प्रीलिम्स परीक्षा की जानकारी के लिए एक तालिका दी गई है:

परीक्षा प्रकार समय अवधि कुल अंक नकारात्मक अंकन प्रश्नों की संख्या
सामान्य अध्ययन I (GS I) MCQ 2 घंटे 200 हाँ 100
सामान्य अध्ययन II (CSAT) MCQ 2 घंटे 200 हाँ 80
  • प्रश्न से सम्बंधित आपके चयनित विकल्प को आयोग द्वारा दी गई ओएमआर सीट में प्रश्न के सम्मुख दिये गए संबंधित गोले (सर्किल) में उचित स्थान पर काले बॉल पॉइंट पेन से भरना होता है।
  • प्रारंभिक परीक्षा में कट-ऑफ का निर्धारण सिर्फ प्रथम प्रश्नपत्र यानी सामान्य अध्ययन के आधार पर किया जाता है।

UPSC प्रीलिम्स परीक्षा पुस्तकें

विषय हिंदी में अनुशंसित पुस्तकें
इतिहास
प्राचीन भारत प्राचीन भारत – रामशरण शर्मा (NCERT)
मध्यकालीन भारत मध्यकालीन भारत – सत्यवीर चंद्र (NCERT)
आधुनिक भारत स्पेक्ट्रम: आधुनिक भारत का संक्षिप्त इतिहास – राजीव आहिर)
भूगोल
भौतिक भूगोल कक्षा 6-12
भारतीय भूगोल कक्षा 6-12
संविधान
भारतीय राजनीति भारतीय राजनीति – लक्ष्मीकांत
अर्थशास्त्र
भारतीय अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था – संजीव वर्मा
सामान्य विज्ञान
NCERT पुस्तकें कक्षा 6-10 के NCERT विज्ञान पुस्तकें
समाचार और सामयिकी
समाचार पत्र द हिन्दू, इंडियन एक्सप्रेस
पत्रिकाएं योजना, कुरुक्षेत्र

 

मुख्य परीक्षा: सिविल सेवा परीक्षा का दूसरा चरण ‘मुख्य परीक्षा’ के रूप में जाना जाता है। प्रारंभिक परीक्षा का मकसद केवल यह होता है कि सभी अभ्यर्थियों में से कुछ गंभीर और योग्य उम्मीदवारों को छांटा जाए, और फिर वास्तविक परीक्षा इन्हीं चयनित उम्मीदवारों के बीच आयोजित की जाती है।

यहाँ UPSC मुख्य परीक्षा के लिए तालिका दी गई है:

पेपर विषय अंक
पेपर A एक भारतीय भाषा 300
पेपर B अंग्रेजी 300
पेपर 1 निबंध 250
पेपर 2 सामान्य अध्ययन पेपर 1 250
पेपर 3 सामान्य अध्ययन पेपर 2 250
पेपर 4 सामान्य अध्ययन पेपर 3 250
पेपर 5 सामान्य अध्ययन पेपर 4 250
पेपर 6  पेपर 1 250
पेपर 7 ऐच्छिक पेपर 2 250
  • मुख्य परीक्षा में ‘क्वालिफाइंग’ प्रकृति के दोनों प्रश्नपत्रों (अंग्रेज़ी और हिंदी या संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किसी भाषा) के लिए 300-300 अंक निर्धारित होते हैं। इन प्रश्नपत्रों में न्यूनतम अर्हता प्राप्त करने के लिए 25% (यानी 75 अंक) आवश्यक होते हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि इन प्रश्नपत्रों के अंक योग्यता निर्धारण में शामिल नहीं किए जाते।
  • मुख्य परीक्षा के प्रश्नपत्र अंग्रेज़ी और हिंदी, दोनों भाषाओं में साथ-साथ प्रकाशित होते हैं। हालांकि, उम्मीदवारों को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में से किसी भी भाषा में उत्तर देने की अनुमति होती है। साहित्य के विषयों में, यह विशेष छूट होती है कि उम्मीदवार उसी भाषा की लिपि में उत्तर लिख सकता है, भले ही उसका माध्यम वह भाषा न हो।
  • यहाँ 22 आधिकारिक भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी के लिए एक तालिका बनाई गई है:
    क्रम संख्या भाषा
    1 असमिया
    2 बंगाली
    3 बोडो
    4 डोगरी
    5 गुजराती
    6 हिंदी
    7 कन्नड़
    8 कश्मीरी
    9 कोंकणी
    10 मैथिली
    11 मलयालम
    12 मणिपुरी
    13 मराठी
    14 नेपाली
    15 उड़िया
    16 पंजाबी
    17 संस्कृत
    18 संथाली
    19 सिंधी
    20 तमिल
    21 तेलुगु
    22 उर्दू
    23 अंग्रेजी

 

साक्षात्कार (Interview):  IAS परीक्षा के इस अंतिम चरण में, आपको UPSC बोर्ड द्वारा इंटरव्यू किया जाएगा और आपके ज्ञान के अलावा, आपके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर भी आंका जाएगा, जैसे नेतृत्व क्षमता, विचारों की स्पष्टता और अभिव्यक्ति, तनाव से निपटने की क्षमता, सूझ-बूझ, सामान्य जागरूकता, आदि। अगर आप इस चरण को सफलतापूर्वक पार कर लेते हैं, तो आपका नाम UPSC द्वारा जारी अंतिम मेरिट सूची में आ जाएगा। इसके बाद, आपकी रैंक, श्रेणी और उस श्रेणी में उपलब्ध रिक्तियों के आधार पर आपको सेवा और कैडर आवंटित किया जाएगा। IAS एक अत्यधिक प्रतिष्ठित सेवा है, इसलिए इसके लिए उच्च रैंक की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह सभी सेवाओं में सबसे अधिक मांग वाली सेवा है।

मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में मिले अंकों के कुल योग के आधार पर अंतिम मेधा सूची (मेरिट लिस्ट) तैयार की जाती है। इस चरण के लिए चयनित सभी उम्मीदवारों का साक्षात्कार समाप्त होने के लगभग एक सप्ताह बाद अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की जाती है। यह था IAS Officer kaise bane का 4 चरण।

 तैयारी कैसे करें?

IAS अधिकारी बनने के लिए सबसे पहले यह जरूरी है कि आप UPSC सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और उसे अच्छी तरह समझें। UPSC प्रीलिम्स और मेन्स सिलेबस, भले ही वे कुछ हद तक जुड़े हुए हों, फिर भी उनकी तैयारी के लिए अलग-अलग दृष्टिकोण की जरूरत होती है। एक ठोस UPSC तैयारी रणनीति ही IAS बनने की दिशा में आपकी तैयारी को मजबूत आधार देती है। यह था IAS Officer kaise bane का 5 चरण।

समय प्रबंधन और योजना

समय प्रबंधन और सही योजना सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उचित समय प्रबंधन से न केवल आप सभी विषयों को कवर कर पाते हैं, बल्कि रिवीजन और मॉक टेस्ट के लिए भी पर्याप्त समय निकाल सकते हैं। एक सुविचारित योजना बनाकर, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी तैयारी निरंतर और प्रभावी रहे, और इससे आपको आत्मविश्वास भी मिलता है। यह था IAS Officer kaise bane का 6 चरण।

प्रेरणा और मानसिक संतुलन

प्रेरणा और मानसिक संतुलन सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान बेहद आवश्यक होते हैं। प्रेरणा आपको कठिन समय में आगे बढ़ने की ताकत देती है, जबकि मानसिक संतुलन बनाए रखना आपको चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है। निरंतर अभ्यास, धैर्य और आत्म-विश्वास के साथ, आप तनाव को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं। सकारात्मक सोच और एक स्वस्थ दिनचर्या अपनाकर आप अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रख सकते हैं, जो लंबी तैयारी में सफल होने के लिए जरूरी है। यह था IAS Officer kaise bane का 7 चरण।

साक्षात्कार की तैयारी (Interview Preparation)

  • सवालों का जवाब देते समय संयमित और शांत बने रहें, आत्मविश्वास प्रकट करें, और यदि किसी उत्तर के बारे में पूरी तरह से सुनिश्चित न हों, तो स्पष्ट रूप से जवाब दें। आप सवाल को छोड़ते हुए यह कह सकते हैं, “मुझे इस समय इसे स्वीकार करना होगा; मुझे इसके बारे में और जानकारी हासिल करनी होगी।” इससे आपकी ईमानदारी और सीखने की प्रवृत्ति झलकती है।
  • वर्तमान घटनाओं पर अपनी तीन महीने की तैयारी पहले से ही सुनिश्चित कर लें ताकि आप उन पर पूछे गए प्रश्नों का सटीक और संक्षिप्त उत्तर दे सकें। जब आप ऐसे सवालों का उत्तर दें, तो यह भी सुनिश्चित करें कि आप आत्मविश्वास और उत्साह के साथ प्रतिक्रिया दें। आपकी जानकारी अद्यतित और प्रस्तुतिकरण आत्मविश्वास से भरा होना चाहिए, ताकि आपके उत्तर प्रभावी और सकारात्मक दिखें।
  • ज्ञान सीमित हो सकता है, और अहंकार अत्यधिक आत्मविश्वास से उत्पन्न होता है। कभी भी अपने भाग्य की स्थिरता को ज़्यादा महत्व न दें, क्योंकि यह कब बदल सकता है, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।UPSC इंटरव्यू चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आप इसमें सफल हो सकते हैं। इंटरव्यू पैनल द्वारा पूछे गए सवालों पर ध्यानपूर्वक ध्यान दें, ताकि आप सही और सटीक उत्तर दे सकें। यह था IAS Officer kaise bane का 8 चरण।

विभिन्न संसाधन और कोचिंग

  1. ClearIAS
  2. Vision IAS
  3. ForumIAS
  4. Shankar IAS
  5. दृष्टि आईएएस

IAS की परीक्षा के लिए कोचिंग लेना जरूरी नहीं है, लेकिन कई छात्रों के लिए यह मददगार हो सकता है। कोचिंग से पढ़ाई का एक सही तरीका, अच्छा मार्गदर्शन और समूह में पढ़ाई करने का मौका मिलता है, जिससे तैयारी आसान हो जाती है। हालांकि, अगर आप खुद से पढ़ाई करने में सक्षम हैं, तो स्व-अध्ययन भी कर सकते हैं। इसलिए, यह आपकी पसंद और पढ़ाई करने के तरीके पर निर्भर करता है।

अगर पैसे कम हैं, तो आप ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं। आजकल कई फ्री और सस्ती ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं, यह था IAS Officer kaise bane का 9 चरण।

निष्कर्ष (Conclusion)

निष्कर्ष यह है कि UPSC की यात्रा कठिनाईयों से भरी हो सकती है, लेकिन सही तैयारी, आत्मविश्वास, और मानसिक संतुलन के साथ इसे सफलतापूर्वक पार किया जा सकता है। ज्ञान और दृष्टिकोण में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है, क्योंकि परीक्षा के सभी चरण न केवल आपकी बौद्धिक क्षमता बल्कि आपके व्यक्तित्व का भी आकलन करते हैं। संयम, समर्पण और सकारात्मक सोच ही आपकी सफलता की कुंजी है। यह था IAS Officer kaise bane का 10 चरण।

सही मार्गदर्शन के लिए देखें डॉ विकाश दिव्यकीर्ति का यह सेमिनार।

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