भारत में भ्रष्टाचार की समस्या | Problem of Corruption in India | Bhartiya Drishti |

Corruption in India

नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है हमारे bhartiyadrishti.com वेबसाइटपर। आज हम बात करेंगे एक ऐसे मुद्दे के बारे में जो हमारे देश को छू रहा है – “भ्रष्टाचार”(Corruption)।भारत में हर दिन भ्रष्टाचार के औसतन 11 मामले दर्ज किए जाते हैं। 2021 के मुकाबले 2022 में भ्रष्टाचार के मामलों में करीब 1.5 फीसदी का इजाफा हुआ है। एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में जहां कुल 3,745 मामले सामने आए थे, तो वहीं 2022 में बढ़कर 4139 हो गए।

Example 

  • बोफोर्स घोटाला – 64 करोड़ रुपये
  • यूरिया घोटाला – 133 करोड़ रुपये
  • चारा घोटाला – 950 करोड़ रुपये
  • शेयर बाजार घोटाला – 4000 करोड़ रुपये
  • सत्यम घोटाला – 7000 करोड़ रुपये
  • स्टैंप पेपर घोटाला – 43 हजार करोड़ रुपये
  • कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला – 70 हजार करोड़ रुपये

 भ्रष्टाचार का मतलब क्या है? What is the meaning of corruption?

भ्रष्टाचार अर्थात भ्रष्ट + आचार। भ्रष्ट यानी बुरा या बिगड़ा हुआ तथा आचार का मतलब है आचरण। अर्थात भ्रष्टाचार का शाब्दिक अर्थ है वह आचरण जो किसी भी प्रकार से अनैतिक और अनुचित हो।भ्रष्टाचार, सामाजिक या राजनीतिक पदों पर बैठे व्यक्तियों द्वारा गलत तरीके से धन कमाने का कारण हो सकता है। भ्रष्टाचार के कई रंग-रूप है जैसे रिश्वत, काला-बाजारी, जान-बूझकर दाम बढ़ाना, पैसा लेकर काम करना, सस्ता सामान लाकर महंगा बेचना आदि |

भ्रष्टाचार का इतिहास

भारत में भ्रष्टाचार का इतिहास बहुत पुराना है। प्राचीन काल में राजाओं द्वारा भारतीय परिवारों को ऊंची और नीची जातियों में विभाजित कर दिया गया। यहीं से संभवतः भ्रष्टाचार की शुरुआत हुई जिस कारण सामाजिक ढांचा कमजोर हो गया, फलस्वरूप विभिन्न आक्रमणकारी तथा अंग्रेज़ भारत पर शासन करने में सफल रहे। भारत की आजादी के पूर्व अंग्रेजो ने सुविधाएं प्राप्त करने के लिए भारत के सम्पन्न लोगों को सुविधास्वरूप धन देना प्रारंभ किया। राजे-रजवाड़े और साहूकारों को धन देकर उनसे वे सब प्राप्त कर लेते थे जो उन्हे चाहिए था। अंग्रेज भारत के रईसों को धन देकर अपने ही देश के साथ गद्दारी करने के लिए कहा करते थे और ये रईस ऐसा ही करते थे।

भ्रष्टाचार के कारण:

भ्रष्टाचार, हमारे समाज को एक समस्या के रूप में छू रहा है। इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं, इसे हम आज समझेंगे।

  • Unethical Practices

 पहला कारण है अनैतिक प्रथाएं। जब लोग अपने पदों का दुरुपयोग करते हैं और अनैतिक तरीके से धन कमाते हैं, तो यह भ्रष्टाचार का कारण बन सकता है।

  • Lack of Transparency

 दूसरा कारण है पारदर्शिता की कमी। जब सरकारी और निजी क्षेत्र में पारदर्शिता की कमी होती है, तो वहां भ्रष्टाचार का कहर बढ़ता है।

  • Weak Legal Framework

कई बार, कमजोर कानूनी ढाँचा भी भ्रष्टाचार का कारण बन सकता है। जब कानूनों का पालन नहीं होता, तो लोग अपनी चाहते हुए गलत कार्रवाई में लिपट जाते हैं।

  • Political Interference

राजनीतिक हस्तक्षेप भी एक महत्वपूर्ण कारण है। जब राजनीतिक प्रक्रिया में भ्रष्टाचार होता है, तो यह समस्या और भी बढ़ जाती है।

  • Economic Disparities

 आर्थिक असमानता भी भ्रष्टाचार का कारण बन सकती है। जब विभिन्न वर्गों के बीच असमानता होती है, तो लोग अनैतिक तरीके से आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं।

भ्रष्टाचार का समाज पर प्रभाव”

भ्रष्टाचार नहीं सिर्फ व्यक्तियों को ही नहीं, बल्कि हमारे समाज को भी गहरे प्रभावित करता है।

  • सबसे पहला प्रभाव है विश्वास की कमी। जब लोग समझते हैं कि सरकार या अन्य संस्थाएं भ्रष्ट हैं, तो उनमें विश्वास कम हो जाता है।
  •  आर्थिक प्रभाव भी है। भ्रष्टाचार के कारण विकास में रुकावट होती है और समाज के अधिकांश लोग इसका शिकार होते हैं।
  • एक और प्रभाव है असमानता। भ्रष्टाचार विभिन्न वर्गों के बीच असमानता बढ़ाता है, जिससे समाज में एकता का दर्जा कम होता है।
  • नैतिक मूल्यों का हानि भी है। जब लोग भ्रष्ट होते हैं, तो समाज में नैतिकता का अभाव होता है, जिससे युवा पीढ़ी को गलत दिशा में जाने का खतरा होता है|
  • सामाजिक सेवाओं पर भी दबाव होता है। भ्रष्टाचार से समाज की सेवाएं प्रभावित होती हैं और लोगों को सही रूप से लाभ नहीं मिलता।

भ्रष्टाचार के खिलाफ समाधान: 

भ्रष्टाचार को रोकना हम सभी की जिम्मेदारी है और इससे निपटने के लिए कई समाधान हैं।

  • सबसे पहला समाधान है पारदर्शिता। सरकार और सार्वजनिक संस्थानों में पारदर्शिता को बढ़ावा देना हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है।
  • कानूनी ढाँचा मजबूत करना भी एक समाधान है। सख्त और स्पष्ट कानूनी प्रक्रिया भ्रष्टाचार को रोकने में मदद कर सकती है।
  • हमें यहां देखना चाहिए कि यह लोगों को सुरक्षित महसूस कराए कि जो भ्रष्टाचार की बातें बताते हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा।
  • जन जागरूकता भी महत्वपूर्ण है। हमें सभी मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं और उन्हें समर्थन मिलता है।
  • तकनीक का सही तरीके से उपयोग भी हमारी मदद कर सकता है। डिजिटल सुरक्षा और सार्वजनिक वित्त प्रणालियों में बदलाव से भ्रष्टाचार को कम किया जा सकता है।

Conclusion

इस प्रकार, हम सभी को मिलकर भ्रष्टाचार को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन समाधानों को अपनाकर हम एक सशक्त और सफल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

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