B Pharma क्या है।
B Pharma एक स्नातक डिग्री कोर्स है जो छात्रों को दवा उद्योग में करियर के लिए तैयार करता है। यह कोर्स 4 साल का होता है, जिसमें दवाओं की निर्माण प्रक्रिया, रासायनिक संरचना और उनके औषधीय उपयोगों का विस्तृत अध्ययन किया जाता है। बी फार्मेसी के पाठ्यक्रम में छात्र फार्मास्युटिकल रसायन विज्ञान, फार्माकोलॉजी, फार्माकोग्नॉसी और फार्मास्यूटिक्स जैसे विषयों का अध्ययन करते हैं। इसके साथ ही प्रैक्टिकल लैब वर्क और इंटर्नशिप भी कोर्स का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं, जो छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं।
बढ़ती मांग
भारत 200 से अधिक देशों को दवाओं का निर्यात करता है। इसी कारण, भारत में फार्मासिस्टों की मांग तेजी से बढ़ रही है। नई तकनीकों के असर से यह क्षेत्र लगातार आगे बढ़ रहा है और ऐसे पेशेवरों की जरूरत है जो आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हों।
बी फार्मा क्यों महत्वपूर्ण है।
जैसा कि हम जानते हैं, हेल्थकेयर एक ऐसी प्रणाली है जो कई क्षेत्रों द्वारा समर्थित होती है और इसके विकास में ये क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र फार्मेसी है। ‘फार्मा’ शब्द फार्मेसी का मूल है, जो दवाओं के निर्माण और उपयोग की प्रक्रिया और ज्ञान से जुड़ा है। सरल शब्दों में, फार्मेसी एक ऐसा स्वास्थ्य विज्ञान है जो चिकित्सा विज्ञान और रसायन विज्ञान को जोड़ता है। इसका मुख्य काम दवाओं की खोज, निर्माण, निपटान, सुरक्षित और प्रभावी उपयोग और नियंत्रण पर ध्यान देना है। फार्मासिस्ट दवाओं की खुराक, जैसे टैबलेट, कैप्सूल और इंजेक्शन के बाँझ समाधान तैयार करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
प्रवेश कैसे लें।
B Pharma में प्रवेश के लिए उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में विज्ञान (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी/मैथ) में कम से कम 50% अंक लाने होते हैं। कुछ कॉलेजों में 12वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश मिलता है, जबकि कई कॉलेजों में प्रवेश परीक्षाओं जैसे NEET, MHT CET, CUET, AP EAMCET, TS EAMCET, KCET, JEE Main, KEAM आदि के आधार पर होता है। बी फार्मेसी कोर्स की फीस 3,000 रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक हो सकती है।
प्रमुख कॉलेजों में BITS पिलानी, एसआरआईएचईआर, मद्रास मेडिकल कॉलेज, और एसओए विश्वविद्यालय शामिल हैं। B Pharma करने के बाद, छात्र मेडिकल राइटर, क्लिनिकल रिसर्चर, ड्रग इंस्पेक्टर, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव आदि के रूप में काम कर सकते हैं। एक बी फार्मेसी स्नातक का औसत वेतन 4 लाख से 14 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच होता है।
B Pharma पूरी करने के बाद, आप फार्मेसी, अनुसंधान प्रयोगशालाओं या अस्पतालों में काम कर सकते हैं, या एम फार्मेसी और फार्म डी जैसी उच्च शिक्षा की ओर बढ़ सकते हैं।
बी फार्मेसी कोर्स विवरण | जानकारी |
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बी फार्म फुल फॉर्म | बैचलर ऑफ फार्मेसी |
बी फार्म अवधि | 4 वर्ष |
बी फार्म प्रवेश प्रकार | मेरिट आधारित और प्रवेश परीक्षा के माध्यम से |
बी फार्मेसी प्रवेश प्रक्रिया | NEET, BITSAT, MHT CET आदि |
बी फार्मेसी पात्रता | विज्ञान विषय में 12वीं पास, 50% अंकों के साथ और बायोलॉजी पढ़ी हो |
बी फार्मेसी फीस | INR 15,000 – 1,25,000 |
प्रवेश परीक्षाएं | NEET, BITSAT, MHT CET आदि |
भारत में शीर्ष बी फार्म कॉलेज | इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, बॉम्बे कॉलेज ऑफ फार्मेसी, जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय आदि |
बी फार्मेसी के बाद के कोर्स | एम फार्मेसी, डी फार्मेसी |
बी फार्मेसी वेतन | INR 3 लाख प्रति वर्ष से 5 लाख प्रति वर्ष (शुरुआत में) |
- बी फार्मा करने के फायदे
बी फार्मा करने के बाद आप स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फार्मासिस्ट्स डॉक्टरों, मरीजों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि दवाओं का सही उपयोग हो सके और मरीजों की सेहत में सुधार हो।
- B Pharma कितने साल का होता है।
यह कोर्स 4 साल का होता है, जिसमें दवाओं की निर्माण प्रक्रिया, रासायनिक संरचना और उनके औषधीय उपयोगों का विस्तृत अध्ययन किया जाता है।